पर्यावरणविद् व जलपुरुष राजेंद्र सिंह पर्यावरण पर आयोजित सेमिनार में हिस्सा लेने भागलपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी तो तैयार हो रहा है, पानी संरक्षण, उसकी बर्बादी को रोकने की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक स्तर पर जागरूकता फैलाकर मुहिम के तौर पर भूजलस्तर को बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भागलपुर पुराना शहर है। इसमें तालाब, कुआं सहित अन्य जलस्त्रोत होंगे। इनकी तलाश कर उसे फिर से जिंदा करने की जरूरत है। राजस्थान में प्रयोग के तौर पर यह सफल भी हुआ है। उन्होंने कहा कि तालाब सहित अन्य जलस्त्रोतों को अभी कचरा फेंकने के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। किसी भी इलाके या क्षेत्र में तालाब और कुआं होता है तो उस इलाके की न सिर्फ प्यास बुझती है बल्कि हवा की शुद्धता भी बनी रहती है। उन्होंने कहा कि रिवर और सीवर को अलग-अलग करने की जरूरत है।