2024 के चुनाव से पहले..वैसे तो सभी दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियों को रंग देना शुरु कर दिया है...लेकिन उत्तर प्रदेश की बिसात पर बीजेपी बनाम समाजवादी पार्टी के सियासी संग्राम में दांव और दावों का दौर थोड़ा दिलचस्प होता दिख रहा है...चाय पर चर्चा के जरिए जीत का मंत्र सिद्ध कर चुकी बीजेपी, अब टिफिन पर चर्चा के जरिए पदाधिकारियों को जीत का प्रयोग सिखाया जा रहा है...रविवार को सीएम योगी आदित्यनाथ खुद अपना टिफिन लेकर पहुंचे तो वहीं बुधवार को राष्ट्रीय अध्यक्षजेपी नड्डा ने भी नोएडा में टिफिन पर चर्चा की...। 30 जून तक तक चलने वाले टिफिन पर चर्चा का ये महा संपर्क अभियान के सूबे की सभी 80 सीटों पर चलेगा...बीजेपी इस टिफिन बैठक के जरिए 2024 को लेकर अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट गई है....वही समाजवादी पार्टी ने इस पर तंज कसा है...। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हर महीने किसी ना किसी कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के दौरे पर रहेंगे...इतना ही नहीं कुनबा बढ़ाने की कवायद में पुराने नेताओं की घर वापसी और पुराने साथियों से गठबंधन के दरवाजे भी खोल दिए गए हैं...बीजेपी छोड़ में गए दारा सिंह चौहान की घर वापसी होने वाली है...तो वहीं सुहेलदेव समाज पार्टी बीजेपी के साथ आने की अटकलों पर भी विराम लग सकता है...जल्द ही सुभासपा और बीजेपी के गठबंधन का ऐलान हो सकता है....। वहीं 2024 की परिधी में समाजवादी पार्टी भी कुछ प्रयोग करती दिखाई दे रही हैं...स्वामी प्रसाद मौर्य के जरिए उठे रामचरित मानस के मुद्दे पर बैकफुट पर आ चुकी समाजवादी पार्टी, 2024 के चुनाव में अब सॉफ्ट हिंदुत्व के दांव पर दम दिखाएगी...गोला गोकर्णनाथ के बाद अब ऋषियों की धरती नैमिषारण्य में प्रशिक्षण शिविर लगेगा...जातीय जनगणना जैसे मुद्दे उठाकर अखिलेश जहां जातीय समीकरण भी साधने में लगे हैं तो वहीं मायावती के वोट बैंक पर भी नजर जमाए हुए हैं...इस कड़ी में वो अंबेडकर वाहिनी सरीखे संगठन का गठन भी कर चुके हैं...वहीं लोक जागरण रथ यात्रा का रथ भी 2024 के लिए तैयार हो गया है...यूपी में 80 सीटों के भारी-भरकम संग्राम में राष्ट्रीय राजनीति में भी अखिलेश यादव अपनी जगह बनाने में जुटे हैं....केसीआर से लेकर ममता दीदी तक, नीतीश कुमार से लेकर अरविंद केजरीवाल तक मुलाकातों का दौर भी शिद्दत से चल रहा है....इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के नेताओं ने लखनऊ में अखिलेश यादव से मुलाकात की...।