रक्षा मंत्रालय एवं भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने सशस्त्र बलों के बीच मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिये एक समझौते पर हाल ही में हस्ताक्षर किये हैं. मोटा अनाज पोषक तत्त्वों से भरपूर हैं. छोटे बीज वाले बारहमासी पौधे हैं. कम बारिश में अच्छी तरह से विकसित होते हैं. भारत दुनिया में मोटे अनाज का सबसे बड़ा उत्पादक है. वैश्विक उत्पादन में इसका योगदान 20 फीसद से ज्यादा है. भारत मोटे अनाज में क्रांति के लिए जाना जाता है. भारत की अपील पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को इसी अनाज को समर्पित किया है. मोटा अनाज स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को तो लाभ पहुँचाता ही है, छोटे किसानों का भी समर्थन करता है.