बस्ती के ओपेक अस्पताल कैली से लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। वहां भर्ती संतकबीरनगर के एक युवक को जीते जी मृत बताकर किसी अन्य के शव को दाह संस्कार के लिए भेज दिया गया। युवक के पिता ने शमशान घाट पर चेहरा देखा तो सन्न रह गए। शव उनके बेटे का नहीं था। बेटा कैली अस्पताल में जिंदा है। उसका इलाज चल रहा है।