फौरी तौर पर भले ही पेट्रोल-डीजल के दाम केंद्र सरकार की एक्साईज ड्यूटी में कटौती और राज्य सरकारों द्वारा वैट में की गई कमी से 12 रुपये तक गिर गए हों पर आने वले दिनों में दाम और बढ़ेंगे। ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि हमें समझना होगा कि हम तेल आयात करते हैं। यह एक आयातित वस्तु है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम बढ़ने के प्रमुख कारणों में से एक प्रमुख वजह कोरोना महामारी भी है।