नूंह से महज 18 किलोमीटर दूर भादस गांव में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम हुई है. बवाल के दौरान गांव में रहने वाले मुस्लिम समाज के लोगों ने 30 बच्चों की जान बचाई. वे सभी गुरुकुल में पढ़ाई करते हैं. यहां कुछ शिक्षक भी थे जिन्हें गांव के मुस्लिम समाज के लोगों ने बचाया. उपद्रवियों ने गुरुकुल पर हमला करने की कोशिश की थी. भादस गांव के सरपंच शौकत ने बच्चों और शिक्षकों की जान बचाने में बड़ी भूमिका निभाई.