Jharkhand में बूढ़ी महिला को बहंगी में बैठा कर घरवाले ले गए बैंक । TV9BiharJharkhand

झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके लातेहार से सामने आई एक तस्वीर ने सरकार के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है.. एक तरफ सरकार ये दावे करती है कि गांव से लेकर शहर तक सड़कों के जाल बिछाए जा रहे हैं.. ताकि शहर और गांव के बीच की दूरियां खत्म हो सके.. ग्रामीण इलाकों में रहने वाले वृद्ध जो चलने में असमर्थ हैं उन्हें जरुरी जगहों के चक्कर न लगाने पड़े.. उन्हें परेशानी न हो इसके लिए सोरेन सरकार एक खास व्यवस्था लाई थी जिसके तहत वृद्ध लोगों को उनके घर पर जाकर उनकी राशि मुहैया कराई जा रही थी.. लेकिन लग रहा है हमेशा की तरह सरकार के दावे और वादे चुनावी जुमला बन कर ही रह गए.. लातेहार के ग्वालखाड़ गांव की रहने वाली 64 साल की वृद्ध कोरबा आदिम जनजाति की महिला लालो कोरवाईन को अपनी वृद्धा पेंशन निकालने के लिए अपने गांव से करीब 7 किलोमीटर दूर ले जाने के लिए उनके पति देवा कोरबा और बेटे सुंदरलाल कोरबा एक टोकरी में बैठा कर बांस के सहारे ले गए.. बहंगी पर 2 लोगों को महिला को ले जाता देख काफी हद तक सरकार के विकास और सुदूरवर्ती इलाके की असलियत साफ हो गई..