अतीक, अशरफ़ की ख़त्म 'पिक्चर'! निकाय चुनाव पर कितना असर? वीओ.1-- अब इसे निकाय चुनाव की बिसात पर 'अतीक वाला दांव' कहें या अतीक के नाम पर निकाय का संग्राम...जो भी है सभी सियासी दल, किसी ना किसी तरह अतीक कांड के जरिए निकाय चुनाव की वैतरणी को पार करने की जुगत में जुटे हैं...यानि, सरकार श्रेय लेती दिख रही है तो विपक्ष सवाल खड़े करता दिख रहा है...। बाइट-- विपक्ष कानून व्यवस्था और सुरक्षा सरीखे मुद्दे के सहारे सरकार को घरेकर रणनीति बना रहा है...अपराध के आंकड़े और अपराधियों की लिस्ट लहरा रहा है...अतीक और अशरफ की हत्या को सरकार की नाकामी बताकर निकाय का नारा बुलंद कर रहा है...। बाइट--सपा निकाय की बिसात पर भी जाति और धर्म का गुणा गणित चल रहा है...मायावती अपने दलित-मुस्लिम वाले सोसल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले को चलती दिख रही हैं, हाल ही में जारी हुई मेयर उम्मीदवारों की 10 नाम वाली लिस्ट में करीब 6 मुस्लिम हैं, वहीं समाजवादी पार्टी ने भी अलीगढ़, मुरादाबाद, सरीखी सीटों पर मुस्लिम मेयर उम्मीदवार उतारे हैं....अतीक और अशरफ का मुद्दा यहां भी खूब गरम है...अतीक की पत्नी शाइस्ता और शूटर गुड्डू मुस्लिम का अभी तक गिरफ्तार ना होना भी, विपक्ष के लिए सरकार को घरेने का एक मुद्दा है...प्रयागराज से कांग्रेस के एक पार्षद ने तो अतीक को शहीद का दर्जा और भारत रत्न तक की मांग कर दी...। बाइट-- कांग्रेस पार्षद । अब जहां सरकार को माफियाओं के मामले में घेरने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अतीक-अशरफ कांड के बाद सियासी गलियारों का सेंसेक्स बीजेपी के लिए एकदम उछाल पर है...इसी से उत्साहित बीजेपी भी निकाय में इसे भुनाने में पीछे नहीं दिख रही...निकाय की बिसात पर सीएम योगी का भी साफ संदेश हैं....। बाइट-- सीएम योगी (माफियाओं से डरने की जरुरत नहीं...यूपी....) फाइनल वीओ-- बहरहाल, माफिया अतीक का अध्याय अभी बंद होता नहीं दिख रहा है, अतीक के शूटर गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता की फरारी के साथ-साथ अतीक के उत्तराधिकारी की लड़ाई भी अंदरखाने दिखाई दे रही हैं...अतीक के अपनों की ही नजर अतीक के साम्राज्य पर लगी है...इधर निकाय में वार-पलटवार के बीच सवाल ये है कि, माफ़िया और निकाय चुनाव....किसका चलेगा 'अतीक वाला दांव'?