देश की सत्ता का निर्धारण वहां की व्यवस्था से होता है, वहां की चुनावी प्रक्रिया से होता है. सालों से पाकिस्तान में छिपा आतंकी हाफिज सईद एक बार फिर पाकिस्तान की राजनीति में हाथ आजमा रहा है और उसने पाकिस्तानी सेना और लाखों समर्थकों की सोचने समझने की शक्ति को हैक कर लिया है.पूरी दुनिया अब पाकिस्तान की नीति और नीयत को समझ चुकी है.हाफिज सईद की पार्टी खुल्लमखुल्ला, डंके की चोट पर, बंदूक की नोक पर राजनीति में कदम रख रही है, अपने उम्मीदवार उतार रही है. पाकिस्तान की आवाम से वोट मांग रही है. सबसे बड़ी बात इस प्रायोजित साजिश का रिमोट कंट्रोल पाकिस्तान की सेना के हाथ में है..