आठ दिसंबर को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ से एक वीडियो सामने आया. वीडियो में कोतवाली थाने में दारोगा मनोज कुमार हाथ में पिस्टल लिए खड़ा है. वो उसे चेक रहा होता है कि तभी पिस्टल से गोली चलती है और सामने खड़ी महिला को लग जाती है. वो महीला उस वक्त ज़मीन पर गिर जाती है. महिला का नाम इशरत जहां था... था का प्रयोग हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अब वो इस दुनिया में नहीं रही. उसकी मृत्यु हो गई है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया. खबर मिलते ही जिले के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और परिजन को ढांढस बंधाया. अलीगढ पुलिस ने एहतियात के तौर पर इशरत के घर के आसपास पुलिस बल को तैनात कर दिया है. लेकिन इस तैनाती से अब क्या लाभ.. क्या ये तैनाती पुलिस अपने ऊपर लग रहे आरोपों को ढकने के लिए कर रही है. क्या ये तैनाती पुलिस की नाकामयाबी का छिपाने का प्रयास है, क्योंकि अभी तक दारोगा मनोज कुमार फरार है और पुलिस उसे अभी तक पकड़ नहीं पाई है.