क्या बंगाल में लग सकता है राष्ट्रपति शासन? राज्यपाल के ट्वीट से उठे सवाल

ममता का शपथ ग्रहण और बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आज चर्चा में हैं। ये चर्चा दो तरह की है, एक तो ममता के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने की दूसरी जो सबसे अहम है, वो है ममता बनाम राज्यपाल की। टीएमसी की मुखिया ममता बनर्जी आज तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्हें गवर्नर जगदीप धनखड़ ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। लेकिन शपथ से पहले गवर्नर जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया, 'ममता बनर्जी, कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस से मसले को उठाने के बाद भी राज्य में चुनाव के बाद जारी हिंसा थम नहीं रही है। इस तरह की हिंसा लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।' राज्य में कानून और व्यवस्था के हालात इस तरह से बिगड़ने को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। राज्य में ऐसे हालात जारी नहीं रह सकते। इस ट्वीट को लेकर ये कयास लगाए जा रहे हैं कि बंगाल में यदि हिंसा नहीं रुकी तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है। राज्यपाल ने शपथ ग्रहण के बाद भी यही बात ममता के सामने भी कही। उन्होंने ममता से कहा कि राज्य में जारी हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए। हालांकि इसके बाद ममता ने जवाब दिया कि अभी राज्य की व्यवस्था चुनाव आयोग के पास थी, अब मैं नई व्यवस्था शुरू करूंगी। दरअसल ये मसला चुनाव परिणाम के बाद बंगाल में हुई हिंसा से शुरू हुआ है। 2 मई से लेकर अब तक बंगाल में रेप, मर्डर और आगजनी में करीब 15 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर है। इसे लेकर केन्द्र सरकार भी सख्त है और एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर बंगाल के राज्यपाल से बात की थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा भी बंगाल पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मिले। भाजपा का आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकताओं को निशाना बनाया है।