"अपराधियों में मत देखो मजहब जो गुनाह करेगा वो मिट्टी में मिलेगा" वीओ.1-- यही तो होता है अपने देश में, मामला अगर मजहब से जुड़ा हो, तो देर नहीं लगती अपनी-अपनी महफिल जमाने में...और अब यही हो रहा है माफिया अतीक के बेटे असद के एनकाउंटर के बाद...कोई माफिया का मजहब ले आया तो कोई लोकतंत्र की हत्या के आरोप लगा रहा है...। बाइट-- अतीक के आतंक का उत्तराधिकारी बनने चले असद के एनकाउंटर पर सिय़ासत की चाल भी तेजी से चल रही है...AIMIM मुखिया ओवैसी ने एनकाउंटर को मजहबी रंग दे दिया...। बाइट- ओवैसी । अतीक एंड कंपनी के आतंक की परतें उधड़ रही हैं, अतीक के बेटे असद से भी विदेशी हथियार मिले थे...उमेश पाल के परिवार ने सरकार का शुक्रिया कहा है, इधर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी जात और मजहब का एंगल खोज लिया...। बाइट- अखिलेश यादव (CM के सजातीय...) ना, ना करते-करते सियासी दलों की जुबान पर अतीक का गम आ ही गया...असद के एनकाउंटर के बहाने सरकार को घेरने की कवायद कांग्रेस में भी दिखी...। बाइट- बृजलाल खाबरी, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस अब ये राजनीति जो ना कराए वही अच्छा...ओवैसी और अखिलेश यादव के बाद मायावती ने भी विकास दुबे का ताना देकर बीजेपी पर निशाना साध दिया...वहीं माफिया का मजहब खोजने वालों पर बीजेपी ने पलटवार किया है,,.। बाइट- बीजेपी सियासी दलों में माफिया के मजहब के जरिए जोरआमाइश की होड़ लगी है, वहीं दूसरी और असद के साथ मारे गए शूटर गुलाम के परिजन अपने ही बेटे का शव लेने को तैयार नहीं हैं...गुलाम के परिवार ने कहा कि, बुरे काम का यही नतीजा..। बाइट- गुलाम की मां/भाई फाइनल वीओ-- बहरहाल, माफियाओं के पालन-पोषण में पॉलिटिक्स का पालना भी बड़ा दुलार दिखाता रहा है...सुभासपा प्रमुख राजभर ने माफिया मुख्तार के बेटे को टिकट दिलाए जाने का आरोप भी अखिलेश यादव पर लगाया है...इधर अतीक के बेटे के एनकाउंटर पर लोकतंत्र की दुहाई देने वालों से सवाल ये कि, क्या 24 फरवरी को लहूलुहान नहीं हुआ था लोकतंत्र...सवाल ये भी है कि, माफिया के मजहब पर रार क्यों ??