सावन के महीने में यूं तो देशभर में भगवान भोलेनाथ का दरबार भक्तों से पटा रहता है लेकिन देवाधिदेव की नगरी देवघर यानी बाबाधाम की बात ही निराली है.. बाबाधाम में विश्वप्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है.. और सुल्तानगंज से गंगाजल भरकर 105 किलोमीटर की कठिन कांवड़ यात्रा कर के कांवड़िये बाबाधाम पहुंचने लगे हैं.. सावन के पहले दिन तो मानो पूरा देवघर ही गेरुआ रंग में रंग गया.. शहर की गली-गली, हर-हर महादेव ओर बोल बम के नारों के साथ गूंजयामन हो गया..